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Imali ki Chatni (इमली की चटनी)

जब भी हम कोई चटपटा व्यंजन बनाते है तो हमे चटनी बनानी पड़ती है  और इमली की चटनी बनाना भी एक कला है क्योंकि इसके सही प्रकार से ना बने होने पर डिश का पूरा स्वाद ख़राब हो सकता है । यहाँ पर इमली की  की चटनी बनाने की सरल विधि बताई जा रही है :

सामग्री
  • ३- प्याला साफ़ की हुई इमली
  • आधा प्याला गुठली निकला हुआ खजूर
  • ३ प्याला गुड़
  • २ प्याला पानी
  • आधा चम्मच पिसी हुई लाल मिर्च
  • आधा चम्मच जीरा पिसा हुआ
  • नमक स्वादानुसार
  • चुटकी भर गरम मसाला

विधि
  • पानी में इमली और गुड को मिलाकर कुछ मिनट के लिए रख दें।
  • अब इसे ७-८ मिनट तक उबाल लें।
  • मिक्सी में पीस कर ज़रूरत हैं तो छान लें।
  • अब इसमें लाल मिर्च और नमक डाल कर अच्छी तरह मिला लें।
  • एक बार उबालें और गरम मसाला मिला कर ठंडा कर लें।
  • विशेष अवसरों पर खजूर के महीन टुकड़े और किशमिश मिलाए जा सकते हैं।
  • दही बड़ों और भेलपूरी या सेव पूरी के लिए मज़ेदार चटनी है।
व्रत आदि के लिए:
नमक के स्थान पर सेंधे नमक का प्रयोग करके इस इमली की चटनी का प्रयोग व्रत में फलाहार के साथ किया जा सकता है।

चटनी बनाने की अन्य विधिया :
यदि आप भी हमारी अन्य सहेलियों की तरह प्रसिद्द शेफ संजीव कपूर के दवारा चटनी बनाने की विभिन्न विधियों को सिख कर घर पर बनाना चाहती है और अपने परिवार का दिल जितना चाहती है तो आज ही अपनी प्रति घर बैठे प्राप्त करे :

आचार और चटनी (Achar Aur Chatni)

आज ही ऑर्डर दे और घर बैठे अपनी प्रति प्राप्त करे 

Papdi Chaat : पापड़ी चाट



कुल समय: 
28 मिनट [तैयारी:16 मिनट | कुक:12 मिनट]

सदस्य  : 8 से 10

आवश्यक सामग्री:
  • छोटी पपड़ी - 1 कटोरी (तली हुई)
  • उरद दाल की पकोड़ी - 1 कटोरी (तली हुई)
  • काबली चने - 1 कटोरी (उबाले हुए)
  • आलू - 2 कटोरी (उबाले हुए)
  • दही - 500 ग्राम
  • नमक - स्वादानुसार (आधी छोटी चम्मच)
  • भुना जीरा पाउडर - 2 छोटी चम्मच
  • चाट मसाला - 1 छोटी चम्मच
  • मीठी चटनी - 1 छोटी कटोरी
  • हरी चटनी - 1 छोटी कटोरी
  • हरा धनिया - 2 टेबल स्पून (बारीक कतरा हुआ)

विधि:
पापड़ी चाट बनाने के लिये सबसे पहले हम छोटी-छोटी पापड़ी और उरद दाल की पकौड़ियाँ बनाएंगे।

पापड़ी बनाने के लिये 100 ग्राम मैदा लेकर उसे अच्छी तरह से गूथ लीजिये और फिर आटे को 2 भागों में बाँट कर गोल-गोल लोइयाँ बना लीजिये। अब इन लोइयों को 1-1 करके रोटी की तरह बेलिये और 3 सेमी. व्यास के पैने किनारे वाले ढक्कन से गोल गप्पे की तरह गोल-गोल काट लीजिये (आप चाहें तो इन लोइयों को मठरी की तरह बेल कर भी पापड़ी बना सकते हैं)। अब इन पापड़ियों में चाकू से 5-6 छेद करके इन्हें गर्म तेल में ब्राउन होने तक तल लीजिये।

उरद दाल की पकौड़ी बनाने के लिये उरद की दाल को धोकर 2 घंटे पानी में भिगो कर रख दीजिये और उसके बाद पानी से निकाल कर पीस कर पकौड़े जैसा मिश्रण बना लीजिये। अब कढा़ई में तेल गर्म करके मिश्रण से थोड़ा-थोडा़ मिश्रण लेकर कढा़ई में डालते जाइये और पकौड़ियों के ब्राउन होने पर निकाल कर प्लेट में रखते जाइये।

अब उरद दाल की पकौड़ियों को गरम पानी में भिगो कर निचोड़ लीजिये, आलू को छोटा-छोटा काट लीजिये और दही को मथ कर उसमें नमक व जीरा पाउडर मिला दीजिये।

पापड़ी चाट परोसने के लिये-
उबले आलू को छीलकर छोटा छोटा काट लें।

दही को अच्छे से फेट लें।

अब एक परोसने वाले कांच की ट्रे या चौड़ा प्याला लेकर उसमें में पापड़ी रखें, इसकी ऊपरी फूली परत (अगर कोई है तो) को हल्के से फोड़ दें।

अब इसके ऊपर १ चम्मच छोले, लगभग १ छोटा चम्मच कटे हुए आलू रखें, इसके ऊपर १ छोटा चम्मच दही, थोड़ी सी धनिया की हरी चटनी और एक छोटा चम्मच मीठी चटनी डालें। इस प्रकार हर पापड़ी के ऊपर डालें। इसके ऊपर ज़रा सा नमक, लाल मिर्च, और भुना जीरा पाउडर छिड़कें। भुजिया या महीन सेव से सजाएँ और ऊपर से बुरकें बारीक कटा हरा धनिया।

पापड़ी चाट अब तैयार है परोसने के लिये, तुरंत सर्व करिए इस स्वादिष्ट चाट को, अन्यथा देर हो जाने पर पापड़ी नर्म हो जाएगी और स्वादिष्ट नहीं लगेगी।

सर्दियो में खाई जाने वाली पारम्परिक पौष्टिक मिठाई अलसी की पिन्नी (Alsi Ladoo Recipe)


सर्दियों के मौसम ने दस्तक दे दी है. इस मौसम में आपके परिवार को अधिक केयर की जरूरत है. अलसी (Linseeds or Flax Seeds) से बने खाद्य पदार्थ (Alsi Recipes) आपके परिवार को सर्दी जुकाम खांसी आदि से लड़ने की प्रतिरोधात्मक शक्ति देते हैं.

अलसी में ओमेगा-3 और ओमेगा-6 नाम के अम्ल होते हैं जो आपके शरीर के कोलोस्ट्रोल को संतुलित करते हैं. अपने पदार्थ गुण में अलसी के बीज अखरोट और बादाम को मात देते हैं लेकिन मूल्य में बहुत सस्ते. आयुर्वेद के अनुसार अलसी के बीज (Linseed or Flax Seeds) वात, पित्त और कफ को संतुलित करते हैं

अलसी की पिन्नी (Alsi Pinni) सर्दियो में खाई जाने वाली पारम्परिक पौष्टिक मिठाई है. अलसी की पिन्नी सर्दियों में बनाकर रख लीजिये, रोजाना 1-2 अलसी की पिन्नी (Alsi Ki Pinni) खाइये, सर्दी, जुकाम, खासी, जोड़ों के दर्द सभी में फायदा पहुंचाती है., तो आइये अलसी की पिन्नी बनाना (Alsi Ladoo or Alsi Ki Barfi) शुरू करें.

आवश्यक सामग्री – Ingredients for Alsi Ki Pinni

  • अलसी – 500 ग्राम ( 4 कप)
  • गेहूं का आटा – 500 ग्राम ( 4 कप)
  • देशी घी – 500 ग्राम ( 2/1/2 कप)
  • गुड़ या चीनी – 800 ग्राम ( 4 कप)
  • काजू – 100 ग्राम
  • बादाम – 100 ग्राम
  • पिस्ता – 1 टेबल स्पून
  • किशमिश – 1 टेबल स्पून
  • गोंद – 100 ग्राम
  • इलाइची – 15 (छील कर कूट लीजिये)

विधि – How to make Alsi Ki Pinni

  • अलसी (Linseeds or Flax Seeds) को थाली में डालकर अच्छी तरह छान बीन कर साफ कर लीजिये.
  • अलसी को सूखी कढ़ाई में डालिये, रोस्ट कीजिये (अलसी रोस्ट करते समय चट चट की आवाज करती है) और मिक्सी से पीस लीजिये. इन्हें थोड़े दरदरे पीसिये, एकदम बारीक मत कीजिये.
  • गेंहू के आटे को आधा घी डाल कर ब्राउन होने तक और अच्छी महक आने तक भून लीजिये. भुने आटे को किसी थाली या ट्रे में निकाल कर रख लीजिये.
  • गोंद को बारीक तोड़ कर बचे हुये घी में तलिये, गरम घी में थोड़ा गोंद डालिये, गोंद फूल जाता है, हल्का ब्राउन होने पर थाली में निकालिये और सारा गोंद इसी तरह तल कर निकाल लीजिये. ठंडा होने पर तले हुये गोंद को चकले पर या किसी थाली में बेलन की सहायता से दबा दबा और बारीक कर लीजिये.
  • गोद तलने के बाद जो घी बचा हुआ है उसमें पिसी हुई अलसी को डालिये और कलछी से चला चला कर मीडियम और धीमी आग पर अच्छी महक आने तक भूनिये और थाली में निकाल लीजिये.
  • काजू, बादाम और पिस्ते छोटा छोटा काट लीजिये.
  • गुड़ या चीनी चीनी की मात्रा का आधा पानी मिलाकर कढ़ाई में डालिये और चाशनी बनने के लिये रखिये. चीनी घुलने तक चमचे से चलाइये और 1 तार की चाशनी तैयार कर लीजिये(चाशनी के टैस्ट के लिये चमचे से 1 बूंद चाशनी प्याली में गिरायें और ऊंगली अंगूठे के बीच चिपका कर देंखें कि जब ऊंगली और अंगूठे को अलग करें तो चाशनी से तार निकलना चाहिये). आग बन्द कर दीजिये. 
  • चाशनी में भुना आटा, भुनी अलसी, काटे हुये मेवे, गोंद और इलाइची डाल कर अच्छी तरह मिला दीजिये. हल्का गरम रहने पर हाथ से थोड़ा थोड़ा (एक नीबू के बराबर) मिश्रण निकाल कर लड्डू बनाकर थाली में रखिये. सारे मिश्रण से लड्डू बनाकर तैयार कर लीजिये या हाथ से चौकोर आकार देते हुये बरफी बना लीजिये.
  • अगर आप बरफी जमाना चाहते हैं तब आप गरम मिश्रण को घी से की चिकनी की गई थाली में डालिये और एकसार करके जमा दीजिये. आधा घंटे या बरफी के जमने के बाद अपने मन पसन्द टुकड़ों में काट लीजिये.


अलसी की पिन्नी तैयार है, अलसी की पिन्नी को खाइये और बची हुई पिन्नी किसी एअर टाइट कन्टेनर में भर कर रख लीजिये और 1 महिने तक रोजाना अलसी की पिन्नी (Alsi Ki Pinni) खाइये.

सावधानियां
  • गोंद को तलते समय आग धीमी और मीडियम ही रखें, तेज आग पर गोंद अच्छा नहीं फूलता, ऊपर से भुनता है और अन्दर से कच्चा निकल आता है.
  • पिसी अलसी को मीडियम और धीमी आग पर ही भूनें (तेज आग पर भूनने से जलने का खतरा है).
  • चाशनी बनाते समय ध्यान रखें कि वह सही बने, चीनी पानी में घुलने के बाद ही चाशनी का टैस्ट कीजिये और 1 तार की चाशनी बना लीजिये, चाशनी ज्यादा होने पर, वह तुरन्त जमने लगेगी और पिन्नी नहीं बन सकेगी, अगर चाशनी में तार नहीं बन रहा हो तो वह जमेगी ही नहीं और पिन्नी नरम रहेगी.
  • सूखे मेवे आप अपने पसन्द से कम ज्यादा कर सकते हैं, आपको जो मेवा पसन्द हो वह डाल सकते हैं और जो मेवा न पसन्द हो वह हटा सकते हैं.

किचन और वास्तु



वास्तु और फेंगशुई (चीन का वास्तु) दोनों ही शास्त्रों में अनेक टिप्स बताई गई हैं जिनसे हमारा जीवन सुखी और समृद्धिशाली बना रहता है। घर का हमारे भाग्य पर सीधा-सीधा प्रभाव पड़ता है। यदि घर में कोई वास्तु दोष है तो इसकी वजह से घर के सभी सदस्यों को परेशानी उठाना पड़ सकती है।

यदि आपके घर के मुख्य दरवाजे से किचन में रखा गैस का चूल्हा दिखता है तो यह अशुभ माना जाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार यह एक छोटी सी बात है लेकिन इसके प्रभाव काफी बड़े-बड़े होते हैं। क्योंकि ऐसा होने पर नकारात्मक ऊर्जा अधिक सक्रीय हो जाती है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव कम हो जाता है। फेंगशुई शास्त्र नकारात्मक और सकारात्मक एनर्जी के सिद्धांतों पर ही कार्य करता है।

इसी वजह से घर के मुख्य दरवाजे से यदि किचन में रखा गैस का चूल्हा दिखाई देता है तो चूल्हे का स्थान बदल देना चाहिए। यदि ऐसा संभव ना हो तो किचन में परदा लगाकर रखें।

साथ ही किचन के संबंध में कई अन्य मुख्य बातें जो ध्यान रखनी चाहिए-

  • उत्तर दिशा में रसोई और पूर्व दिशा में दरवाजा बंद होने पर भी ऊर्जा असंतुलित हो जाती है।
  • पूर्व का दरवाजा खोल देने और किचन दक्षिण-पूर्व में कर देने से ऊर्जा का प्रवाह नियमित और संतुलित हो जाता है।
  • किचन खुला और हवादार होना चाहिए।

Sanjeev Kapoor : Aaluch Patal Bhaji



Preparation Time : 10-15 minutes
Cooking Time : 15-20 minutes
Servings : 4 Persons

Main Ingredient : Colocassia leaves (arbi ke patte)

Ingredient Quantity
  • Colocassia leaves (arbi ke patte),shredded 8
  • Split Bengal gram (chana dal),soaked 1/4 cup
  • Salt to taste
  • Tamarind pulp 3 tablespoon
  • Olive oil 3 tablespoon
  • Mustard seeds 1/2 tablespoon
  • Curry leaves 5-6
  • Asafoetida a pinch
  • Fenugreek seeds (methi dana) 1/2 tablespoon
  • Garlic,peeled & finely chopped 4-5 clove
  • Chilli,chopped 4-5
  • Turmeric powder 1/2 teaspoon
  • Gram flour (besan) 3 tablespoon
  • Raw peanuts 1/4 cup
  • Jaggery (gur),grated 1 tablespoon
  • Coconut,scraped 1/2 cup
METHOD

  • Heat olive oil in a pan. Add mustard seeds, curry leaves, asafoetida, fenugreek seeds, garlic and sautp for one minute. Add green chillies, turmeric powder and sautp for half a minute. Add besan, mix and sautp for a minute. Add the boiled mixture and half a cup of water if required. Adjust salt and stir. Add raw peanuts and adjust water. Cook for five minutes and add grated jaggery. Bring to a boil again and add the remaining tamarind pulp and mix. Add coconut and some more water if required and cook on medium heat for half an hour, stirring occasionally. Serve hot.

खाने की चीजों में प्रति आइटम कैलोरी चार्ट



फूड पिरामिड

  • पिरामिड नीचे से बड़ा होता है और ऊपर जाकर संकरा होता है। हमारा खाना भी इसी आधार पर होना चाहिए।
  • खाने के पिरामिड के सबसे नीचे वाले बड़े हिस्से में तरल पदार्थ आते हैं , इसलिए खाने का बड़ा हिस्सा तरल पदार्थ का होना चाहिए।
  • उसके ऊपर कार्बोहाइड्रेट्स आते हैं। मसलन चपाती , चावल , नूडल्स आदि। इतनी ही मात्रा चपातियों की होनी चाहिए।
  • फूड पिरामिड के और ऊपर के ( छोटे ) हिस्से में फल और सब्जियां आती हैं। पूरे दिन में तीन - चार बार हमें फल और सब्जियां लेनी चाहिए।
  • इसके ऊपर पिरामिड और छोटा होता जाता है जिसमें प्रोटीन आता है। इसका मतलब यह है कि हमें पूरे दिन में दो - तीन कटोरी दाल लेनी चाहिए।
  • पिरामिड का जो छोटा ऊपरी हिस्सा बचता है , उसमें हैं मिल्क प्रॉडक्ट्स। पूरे दिन में एक गिलास दूध और थोड़ा दही या छाछ , पनीर लेने चाहिए।
  • आखिरी छोटे हिस्से में घी , तेल और मिठाई आते हैं। दिनभर में एक सामान्य शख्स के लिए तीन छोटे चम्मच तेल या घी काफी है। इसके अलावा पूरे दिन में एक छोटा चम्मच नमक काफी है। पूरे दिन में तीन चम्मच शुगर से ज्यादा नहीं लेना चाहिए।


लंच और डिनर 
खाने के आइटम
साइज
कैलरी (लगभग)
चपाती (बिना घी की)
एक छोटी
70
चपाती (बिना घी की)
एक मीडियम
85
पराठा
एक मीडियम
200
पूरी
एक मीडियम
125
भठूरा
एक मीडियम
175
आलू पराठा
एक मीडियम
225
प्लेन राइस
एक कटोरी
20
शाही पनीर
एक प्लेट
300
मटर पनीर
एक प्लेट
280
सलाद
एक मीडियम
200
पुलाव (फ्राइड राइस)
एक कटोरी
175

















नॉनवेज 
खाने के आइटम
साइज
कैलरी (लगभग)
चिकन / फिश / टिक्का / तंदूरी फिश
एक पीस
150
बटर चिकन
एक पीस
225
फिश कटलेट्स / फ्राइड फिश
दो पीस
200
मटन करी
एक कटोरी
250
झींगा
एक कटोरी
200









स्नैक्स 
खाने के आइटम्स
साइज
कैलरी(लगभग)
चाय (मीठी)
एक कप
40
कॉफी (मीठी)
एक कप
60
सॉफ्ट ड्रिंक
एक गिलास
225
ब्रेड स्लाइस
दो पीस
230
पिज्जा
एक स्मॉल
350
बर्गर
एक मीडियम
350
चाऊमिन
एक प्लेट
300
चाट पापड़ी
एक प्लेट
450
छोले कुलचे
एक प्लेट
390
बॉइल्ड एग
एक
90
















दूध से बने पदार्थ 
खाने के आइटम्स
साइज
कैलरी (लगभग)
गाय का दूध
एक गिलास (200 एमएल)
135
भैंस का दूध
एक गिलास (200 एमएल)
240
टोंड दूध
एक गिलास (200 एमएल)
140
डबल टोंड दूध
एक गिलास (200 एमएल)
90
स्किम्ड दूध
एक गिलास (200 एमएल)
60
दही
एक गिलास (200 एमएल)
दूध जितनी
छाछ (नमक वाली या सादा)
एक गिलास (200 एमएल)
30
लस्सी
एक गिलास (200 एमएल)
140
पनीर (गाय का दूध वाला)
25 ग्राम
65
पनीर (भैंस के दूध वाला)
25 ग्राम
75
खोया बर्फी
25 ग्राम
200
आइसक्रीम
एक कप (100 ग्राम)
250



















खाने के तीन जोन (ग्रीन, येलो और रेड) 
ग्रीन जोन 
भरपूर खाएं )
यलो जोन 
(सोच कर खाएं)
रेड जोन 
खाने से बचें )
वेजिटेबल चपाती
नान
बटर नान
साबुत फल
फ्रूट चाट, घर का बना जूस
कोल्ड ड्रिंक्स, पैक्ड जूस
चटनी-हरा धनिया-पुदीना
ग्रीन, वाइट, टोमेटो सॉस
म्योनी, चीज डिप
स्किम्ड मिल्क, छाछ, दही
घी, क्रीम, बटर, पनीर
फ्लेवर्ड मिल्क, योगर्ट, आइसक्रीम
बिना जर्दी के अंडे, मछली
चिकन
मटन, रेड मीट
स्प्राउट, कुरमुरे-भेलपुरी
वेज सेंडविच
पैटीज, समोसे, बर्गर, पिज्जा












किसे कितनी कैलरी चाहिए रोजाना 
ग्रुप
विवरण
वजन (किलो)
कैलरी
नवजात शिशु
0-6 महीने
5.4
92
शिशु
6-12 महीने
8.4
80
बच्चे
1-3 साल
12.9
1060
लड़के
10-12 साल
34.3
2190
लड़कियां
10-12 साल
35.0
2010
लड़के
16-17 साल
55.4
3020
लड़कियां
16-17 साल
52.1
2440
पुरुष
सामान्य कामकाज
60
2730
महिला
सामान्य कामकाज
55
2230

कुछ आसान रेसिपीज

चीज स्ट्रॉ
सामग्री
  • एक कप मैदा,   
  • 50 ग्राम घी या मक्खन, 
  • दो क्यूब कसा हुआ चीज, 
  • आधा कप दूध, नमक और लाल मिर्च पाउडर स्वादानुसार।
विधि
  • नमक और मैदा को छान लें। मक्खन, चीज, नमक और लाल मिर्च पाउडर मिलाएं और दूध की सहायता से अच्छी तरह मल लें। इसको एक मोटी रोटी की तरह बेलकर एक लंबी स्ट्रिप में काटें। हर स्ट्रिप को टिवस्ट करें और घी या तेल से चुपड़ी ट्रे में रखकर गोल्डन कर लें। ठंडा करके सर्व करें।

अल्फाबेट केक
सामग्री
  • 100 ग्राम मैदा, 
  • 100 ग्राम पिसी चीनी, 
  • 100 ग्राम मक्खन, 
  • तीन अंडे,
  • एक छोटा चम्मच बेकिंग पाउडर, 
  • चार बड़े चम्मच भिगोई हुई किशमिश या केक फू्रट, 
  • एक छोटा चम्मच वनीला एसेंस।
आइसिंग के लिए
  • 100 ग्राम आइसिंग शुगर, 
  • 50 ग्राम मक्खन।
विधि
  • मैदा व बेकिंग पाउडर छान लें। मक्खन व चीनी हल्का होने तक फेंटें। एक - एक करके अंडा मिलाते व फेंटते रहें। धीरे - धीरे मैदा मिलाएं। एक कप में चिकनाई लगा दें। इसमें दो तिहाई मिक्सचर भरें। गर्म अवन में गोल्डन होने तक बेक करें। ठंडा होने दें।
  • आइसिंग शुगर व मक्खन को नरम होने तक फेंटें। प्रत्येक केक पर पतली तह लगाएं। बची आइसिंग में रंग मिलाकर पाइपिंग गन में भरें और राइटिंग नॉजल लगाएं। इससे केक पर नाम लिख लें।

कॉर्न कटलेट
सामग्री
  • चार बड़े आलू उबले व मैश किए हुए , 
  • भिगोए हुए चार ब्रेड स्लाइस , 
  • आधा चम्मच उबले मटर , 
  • एक चम्मच नमक , 
  • एक छोटा चम्मच लाल मिर्च पाउडर , 
  • दो छोटे चम्मच चाट मसाला , 
  • एक चम्मच बारीक कटा हरा धनिया।
कोटिंग के लिए
  • चौथाई प्याला कॉर्नफ्लोर , 
  • आधा प्याला भिगोया हुआ साबूदाना , 
  • तलने के लिए तेल।
विधि
  • कटलेट की सारी सामग्री मिला लें। भुट्टे के आकार के कटलेट बनाएं। आधा कप पानी में कॉर्नफ्लोर घोल लें। हरेक कटलेट को इस मिक्सचर में डुबोएं व साबूदाने में लपेट लें। गर्म तेल में गोल्डन होने तक तलें। कागज पर रखें। एक्सट्रा तेल निकल जाए , तो टुथपिक लगा ले।
कुछ आसान और चटपटे चाट और नाश्ते के व्यंजन घर पे बनाना चाहती है तो सुधा माथुर आपको बड़ी आसानी से सीखा सकती है आज ही सीखना शुरू करे 

अपने हाथो से बनाये और खिलाये

सीताफल का हलवा
सामग्री : 
  • 250 ग्राम चीनी , 
  • 250 ग्राम खोया , 
  • 5 ग्राम इलायची पाउडर , 
  • 25 ग्राम भीगे , 
  • छिल व कटे हुए बादाम , 
  • 20 ग्राम किशमिश , 
  • 400 ग्राम देसी घी , 
  • 500 ग्राम सीताफल।

विधि : 
  • सीताफल को छीलकर अच्छी तरह धोकर कस लें। अब पैन में सीताफल में चीनी डालकर तब तक पकाएं , जब तक की उसका सारा पानी सूख नहीं जाता है। सीताफल पकाते समय इस बात का ध्यान रखे कि वह पैन से चिपके या जले ना। अब खोए को मैश करके उसमें डाल दें । उसमें देसी घी और सभी मेवे डालकर खूब अच्छी तरह भूनें। आंच से उतारकर हल्का ठंडा करें। बाउल में हलवा डालें और उसके ऊपर से इलायची पाउडर डालकर सर्व करें।

  
नूडल्स भेल
सामग्री : 
  • 100 ग्राम मसाला नूडल्स , 
  • 100 ग्राम मूंग , 
  • मोठ , चना ( अंकुरित ), 
  • 50 ग्राम लंबी कटी शिमला मिर्च , 
  • 25 ग्राम भूनी मूंगफली , 
  • 2 बड़े चम्मच कसा हुआ नारियल , 
  • एक छोटा चम्मच लाल मिर्च पाउडर , 
  • आधा छोटा चम्मच राई , 
  • 2 बारीक कटी हरी मिर्च , 
  • 5 से 6 करी पत्ते , 
  • 1 प्याज बारीक कटा हुआ , 
  • 2 चम्मच बारीक कटा धनिया पत्ता , 
  • नमक व नीबू का रस स्वादानुसार और एक बड़ा चम्मच तेल।

विधि : 
  • कड़ाई में तेल गर्म कर लें। राई डाल दें। राई के चटकने के बाद प्याज डालें। प्याज के हल्का बादामी होने पर करी पत्ता और हरी मिर्च डाल दें। फिर उसमें अलग से उबली हुई अंकुरित दालें व नूडल्स डालें। लाल मिर्च , मूंगफली और नमक डालकर चलाएं। फिर इसमें शिमला मिर्च , धनिया पत्ता , नीबू का रस व कसा नारियल मिलाएं। 5 मिनट बाद गैस पर से उतार लें और गर्मागर्म सर्व करें।

कैसे बनाये फलाहारी खिचड़ी

उपवास में सबसे प्रमुख रूप से यदि कुछ खाया जाता है तो वह फलाहारी खिचड़ी। लेकिन यहां हम आपको बता रहे हैं कि फलाहारी खिचड़ी को और भी टेस्टी कैसे बनाया जा सकता है।

सामग्री-
साबूदाना- 250 ग्राम, 
आलू-2 (मीडियम आकार के), 
मूंगफली के दाने- 100 ग्राम (सीके हुए व कुटे हुए), 
शुद्ध घी, 
जीरा, 
हरी मिर्च, 
सेंधा नमक, 
काली मिर्च, 
हरा धनिया कटा हुआ, 
अदरक।

विधि
साबूदाना को 2-3 घंटे तक पानी में भिगोकर रख दें, जिससे दाना थोड़ा फूल जाएगा और भूनने में समय कम लगेगा। आलू के छोटे और पतले पीस काटकर सुनहरा होने तक तल लें। इसके बाद फ्राइपैन में एक चम्मच घी डालकर जीरा, हरी मिर्च, अदरक और काली मिर्च को भून लें। अब उसमें साबूदाना डालें और अच्छी तरह से भून लें। इसमें आलू के तले हुए टुकडे और मूंगफली मिला लें। सर्व करते समय हरी मिर्च, धनिया और आलू के लच्छे से सजा लें। धनिया की चटनी के साथ खाएं।

कैसे बनाये जोधपुरी मिर्ची बड़ा

सामग्री  
  • भरावन के लिए- 
  • 3 बड़े उबले मैश किए आलू, 
  • 1-1 छोटा चम्मच अदरक व हरी मिर्च पेस्ट, 
  • डेढ़-डेढ़ छोटा चम्मच नमक व पिसी लाल मिर्च व शक्कर, 
  • 1/2 छोटा चम्मच हल्दी पाउडर, 
  • 1-1 छोटा चम्मच भुना जीरा व धनिया पाउडर, 
  • 1/2 छोटा चम्मच गरम मसाला, 
  • 2 छोटे चम्मच अमचुर पाउडर, 
  • 1 बड़ा चम्मच तेल।

छौंक के लिए- 
  • स्वादानुसार हींग व राई, 8-10 मोटी लम्बी हरी मिर्च।

कवर के लिए- 
  • 2 कटोरी मोटा बेसन, 
  • 1/4 छोटा चम्मच खाने का सोडा, 
  • 1 छोटा चम्मच नमक और आवश्यकतानुसार तेल।

विधि : 
  • कड़ाही में तेल गर्म करें। इसमें राई-हींग डालकर चटकाएं। अब अदरक व हरी मिर्च डालकर भून लें। इसमें मैश किए आलू और सभी शेष मसाले डालकर अच्छी तरह भून लें। तैयार भरावन को ठंडा होने दें।

  • हरी मिर्च में लम्बाई में चीरा लगाकर बीज निकाल लें और नमक लगाकर 10-15 मिनट के लिए रख दें। फिर सूखे कपड़े से पोछकर भरावन भर दें।
  • बेसन में नमक, खाने का सोडा और आवश्यकतानुसार पानी डालकर घोल तैयार करें। भरी हुई मिर्च को इस घोल में डुबोकर गर्म तेल में मध्यम आंच पर तल लें। इमली की चटनी के साथ गर्मा-गर्म मिर्ची बड़े सर्व करें।

Get Cure From Methi (मेथी के औषधीय गुण)



मेथी एक वनस्पति है जिसका पौधा १ फुट से छोटा होता है। इसकी पत्तियाँ साग बनाने के काम आतीं हैं तथा इसके दाने मसाले के रूप में प्रयुक्त होते हैं। स्वास्थ्य की दृष्टि से यह बहुत गुणकारी है।

भारतीय मसाले खाने का स्वाद ही नहीं, सेक्स पावर भी बढ़ाते हैं। ऑस्ट्रेलिया के सेंटर फॉर इंटिग्रेटिव क्लिनिकल ऐंड मॉलिक्युलर मेडिसिन के रिसर्चर्स ने अपनी स्टडी में यह बात पाई है।

रिसर्चर्स ने पाया कि मेथी में सेक्स पावर बढ़ाने की कमाल की क्षमता होती है। मेथी का इस्तेमाल करने वाले पुरुषों की सेक्स ड्राइव 25 फीसदी ज्यादा रहती है। रिसर्च में 25 से 52 साल के 60 पुरुषों को छह हफ्ते तक दिन में दो बार मेथी का अर्क दिया गया। नतीजे शानदार रहे। उनकी कामेच्छा का स्तर तीन और छह हफ्ते में काफी बढ़ गई।

छह हफ्ते में उनका स्कोर औसतन 16.1 से 20.6 हो गया। यह 28 पर्सेंट ज्यादा था। जबकि गोलियों का इस्तेमाल करने वाल दूसरे ग्रुप का स्कोर बढ़ने के बजाय गिर गया। मेथी के बीज में सैपनियन तत्व होता है, जो सेक्स हार्मोन को बढ़ा देता है।

मेथी का दाना गुणों की खान है
  • मेथी दाने हो या हरी मेथी में फॉस्फेट, फोलिक एसिड, मैग्नीशियम, सोडियम, जिंक, कॉपर आदि पोषक तत्व पाये जाते हैं। मेथी में प्रोटीन की मात्रा भी बहुत अधिक होती है। यह हमारे भूख को भी बढ़ाती है।
  • मेथी हमें बेहतर स्वास्थ्य के साथ सौंदर्य भी प्रदान करती है। हमारी सुंदरता व स्वास्थ्य दोनों का संबंध हमारे उदर (पेट) से होता है।पेट की गड़बडि़यों से त्वचा पर फुंसियाँ निकलना, त्वचा की कांति का छिन जाना, एसीडिटी आदि समस्याएँ पैदा होती हैं।
  • मेथी एक ऐसी गुणकारी औषधि है, जो हमारे पेट संबंधी विकारों को दूर कर त्वचाको सौंदर्यता प्रदान करती है व स्वस्थ शरीर प्रदान करती है।
  • अपच, डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, साइटिका आदि बिमारियों में मेथी के बीजों का का सेवन करना बहुत ही फायदेमंद होता है।सुबह बासी मुंह एक चम्म्च मेथीदाना पानी के साथ निगल लें.
  • मेथी घरेलू उपचार के प्रयोगों में अत्यधिक महत्व रखती है। किसी साधारण रोग मे इसका इस्तेमाल कर सकते हैं, परंतु गंभीर बीमारी में डॉक्टर के परामर्श से ही लें।
  • मेथी दाने की चाय पीने से आंतों की सफाई होती है। मेथी दाने एसीडिटी के इलाज में फायदेमंद है।रोज सुबह दाने पानी से फांके।
  • मेथी के चूर्ण तथा काढ़े(चाय) से कई पेट के रोगों में आश्चर्यजनक लाभ होता है।मेथी चाय- मेथी के दानों को रात भर पानी में भिगायें। सुबह मसल कर आंच पर रख दें, चाय की तरह उबालें। फिर थोड़ा गुड़ व दूध मिला कर पियें। ऊपर बतायी गयी मेथी दाने की चाय पीने से आंतों की सफाई होती है। मेथी दाने एसीडिटी के इलाज में फायदेमंद है।रोज सुबह दाने पानी से फांके।
  • मेथी का चूर्ण बना कर रख लें। इसे सूखा रोग, बहुमूत्र, अतिसार, पथरी, बुखार, पेचिश, रक्तचाप, मानसिक तनाव इन सब में इस्तेमाल करने से वपाा पोगलाभ होता है।
  • मुंह के छाले -मेथी के साग (पत्ते) के अर्क से गरारे करें, मुंह के छाले ठीक होंगे। -
  • इसका पेस्ट आंखों के नीचे लगाने से कालापन दूर होगा।
  • सांस की बदबू आती हो, तो मेथी के दाने को पानी में डाल कर उबालें फिर गरारे करें।
  • बालों के लिए बालों -मेथी दानों को रात में भिगो दें, सुबह पेस्ट बनायें, फिर आधे घंटे के लिए बालों पर लगायें। फिर सुविधानुसार, शिकाकाई आंवले से सिर धोयें, रूसी और खुश्की दूर होगी। मधुमेह के रोगी रोज सुबह दो चम्मच मेथी पानी से लें।
  • जहां तक संभव हो, मेथी से सब्जियों में तड़का दें। मेथी में मौजूद तत्व दिमागी कमजोरी को दूर करने में मदद करती है। मेथी में लौह तत्व अधिक मात्रा में होता है, इसका नियमित रूप से सेवन करने पर रक्तल्पता दूर होती है तथा इसमें रक्त शुद्धिकरण का खास गुण होता है।
  • मेथी के दानें तथा पत्ते, दोनों गुणकारी होता है।
  • प्रसव व प्रजनन से होने वाले रोगों को दूर करती है।
  • प्रदर की शिकायत होने पर मेथी दानों से बने काढ़े का सेवन करें।
  • मेथी दाने की चाय ऊपर बतायी गयी है, उसे पीने से आंतों की सफाई होती है। मेथी दाने एसीडिटी के इलाज में फायदेमंद है।रोज सुबह दाने पानी से फांके।
  • गुणकारी मेथी को आज ही से हम अपने भोजन में शामिल करें और स्वस्थ शरीर तथा सुंदर त्वचा प्राप्त करें

परफेक्ट भोजन के लिए जरूरी नियम



एक परफेक्ट मील के लिए जरूरी है कि आप सही चीजों को मिक्स करें और इनमें बैलेंस बनाए रखें। आइए आपको बताते हैं कुछ बेसिक रूल्स, जिन्हें अपनाकर आपका खाना टेस्टी के साथ ही हेल्दी भी हो जाएगा :

नियम - 1
हमेशा सीजन के फल और सब्जियां इस्तेमाल करें। क्या आपने कभी जून के महीने में सेब खाए हैं? इस मौसम में सेब बिना रस वाला और टेस्टलेस होता है। इसलिए याद रखें कि अगर सब्जियां व फल बिना सीजन के मिल रहे हैं, तो वे आर्टिफिशल तरीके से तैयार किए गए हैं। वे हेल्थ के लिहाज से अनहेल्दी हैं। इसलिए बेहतर होगा कि आप सीजन के फल और सब्जियां ही खरीदें।

नियम - 2
हमेशा लोकल फल और सब्जियां ही खरीदें। सुपरमार्केट में पैकेट में रखी सब्जियां हेल्दी नहीं होती। दरअसल, ये सब्जियां अधपकी खरीदी जाती हैं और फिर इन्हें आर्टिफिशल तरीके से पकाया जाता है। इन्हें ताजा रखने के लिए केमिकल के साथ रखा जाता है, जिससे इनके नेचरल तत्व खत्म हो जाते हैं। इसलिए कोशिश करें कि सब्जियां हमेशा सब्जी वाले से ताजी ही खरीदें।

नियम - 3
नेचर के साथ चलें। वही चीजें खाएं, जो आपके रहने की जगह पर ज्यादा पाई जाती हैं। उदाहरण के तौर पर ठंडी जगहों पर रहने वाले एस्कीमोज बहुत सारा फैट खाते हैं, क्योंकि यह उनको सूट करता है। लेकिन अगर हम इतना फैट खाएं, तो वह जानलेवा हो सकता है। भारत में फल, सब्जियां, मसाले और सब्जियां बहुतायत में मिलती हैं, इसलिए हमें इन चीजों को ज्यादा खाना चाहिए।

नियम - 4
दिन का पहला आहार नाश्ता पौष्टिक व स्वादिष्ट होगा , तो आप दिनभर एनर्जी से भरपूर रहेंगे। इसके लिए आपको बहुत ज्यादा मेहनत करने की जरूरत नहीं। बस फ्रिज से अपनी पसंद के फू्रटस चुनें। आजकल के मौसम में पाइनेपल , मैंगो , केला , बेरीज और सेब अच्छे फल हैं। इन्हें अच्छी तरह धोकर एक प्लेट में छोटे - छोटे टुकड़े कर लें और ठंडा करने के लिए फ्रीज में रख दें। नाश्ते के समय इस प्लेट को फ्रीज से निकालें और उसमें पुदीना और नारियल डालकर ऊपर से फ्रेश दही डाल दें। हो गया आपका पौष्टिक ब्रेेकफास्ट तैयार।

नियम - 5
गर्मियों के दिनों में खरबूजा , संतरे और तरबूज खाना भी अच्छा होता है। इस मौसम में अपने फ्रीज में ढेर सारे खीरा , टमाटर , बंद गोभी और नीबू रखें। इससे आप जब चाहें पोषक आहार का आनंद उठा सकते हैं। एक कटोरा दलिया या ओटमील में ब्राउन शुगर , कसा खजूर , किशमिश , बादाम और ब्राउन शुगर मिलाएं। यह नाश्ता आपको दिनभर एनर्जी से भरपूर रखेगा और लंच टाइम तक भूख नहीं लगने देगा।

नियम - 6
ज्यादा तेल इस्तेमाल न करें। अपने वेज या नॉनवेज खाने पर पहले तेल लगा लें और फिर उसे पैन में पकाएं। इससे बिल्कुल भी एक्स्ट्रा तेल नहीं लगता है। तेल , घी या मक्खन को कम या ज्यादा गर्म न होने दें , यह हानिकारक होता है।

नियम - 7
खाने में हमेशा प्योर सामग्र्री का इस्तेमाल करें। जैसे , धनिया के पूरे बीजों का इस्तेमाल करें , क्योंकि बीजों में सारे तत्व होते हैं। सारे मसालों के बीज रखें और उन्हें तब ही पीसें , जब आपको जरूरत हो। अगर वे पहले से पिसे हुए है , तो वह न्यूट्रीशियन के साथ - साथ अपना टेस्ट भी खो देते हैं। बाहर से मसालों का पाउडर बिल्कुल न खरीदें। इनमें कलर व मात्रा बढ़ाने के लिए काफी कुछ मिला दिया जाता है।

नियम - 8
हमेशा अच्छी सब्जी , फिश व मीट ही खाएं। इन चीजों को बनाने के लिए पूरी सामग्र्री इस्तेमाल करें और साथ ही पूरा समय दें। इससे खाना टेस्टी बनेगा और आप खाने को पूरी तरह एंजॉय भी कर पाएंगे।

संजीव कपूर के साथ तवा पुलाव

तवा पुलाव
तैयारी समय: 10-15 मिनट
पाक कला समय: 10-15 मिनट
सर्विंग्स: 4

सामग्री
चावल उबला हुआ3 कप
तेल2 tablespoons
जीरा1 / 2 चम्मच
प्याज, सूक्ष्मता कटा हुआ1 मध्यम
अदरक का पेस्ट1 / 2 चम्मच
लहसुन पेस्ट1 / 2 चम्मच
टमाटर, सूक्ष्मता कटा हुआ3-4 मध्यम
हरी मटर, उबला हुआ और मैश्ड1 / 2 कप
गाजर, उबला हुआ और diced1 मध्यम
PAV मसाला bhaji2 चम्मच
लाल मिर्च का पेस्ट1 बड़ा चमचा
नमकस्वाद के लिए
हरी शिमला मिर्च, सूक्ष्मता कटा हुआ1 मध्यम
ताजा धनिया पत्तियां, कटा हुआ2 tablespoons
नींबू का रस2 tablespoons

विधि



वेडिंग कलेक्‍शन : संजीव कपूर



एक नयी बहू से बहुत सी अपेक्षाएं होती हैं। सभी अपेक्षाओं में मुख्‍य अपेक्षा होती है कि बहू स्‍वादिष्‍ट खाना बनाए। लेकिन ज्‍यादातर लड़कियां इस उम्‍मीद पर खरी नहीं उतरती। इसके कारण शुरूआती दौर में ही उनकी छवि खराब हो जाती है। उन्‍हें बहुत कुछ सुनना पड़ता है।

ससुराल में नवविवाहितों को इस समस्‍या से छुटकारा दिलाने के लिए संजीव कपूर ने ‘वेडिंग कलेक्‍शन’ नामक एक बुक लांच किया है। इस बुक में बैगन का भरता से लेकर गाजर का हलवा जैसी रेसिपी बनाने के लिए सिखाया गया है। इसमें इंडियन से लेक‍र विदेशी रेसिपी बनाने की विधि बताई गई है।

संजीव कपूर को उम्‍मीद है कि इसे पढ़कर नवविवाहित बेहतर रेसिपी बनाने में कामयाब होंगी। इसमें वेज नॉनवेज, सूप, डेजर्ट तक का जिक्र किया गया है।

Sanjeev Kapoor`s Wedding Collection is the answer to every newly-wed’s Prayer and an invaluable assed at the start of a couple`s culinary journey together. Chock-a-block with recipes for every occasion and fashioned by the Master Chef himself, it will become the most treasured gift in a new home. Intimate dinners for two, fancy party fare, cozy meals with good friends the wedding Collection has recipes for them all.


स्वादिष्ट केक बनाइये और खाइये

फ्रूट केक
सामग्री :

  • 100 ग्राम काजू, 
  • 50 ग्राम किशमिश, 
  • 100 ग्राम गुलाब कतरी, 
  • 1 चम्मच वनीला एसेंस, 
  • 1 चम्मच वनीला पाउडर, 
  • 250 ग्राम शक्कर, 
  • 250 ग्राम छना हुआ मैदा 
  • 6 अंडे।

विधि :
  • ऐसे बनाएं-एक बड़े कटोरे में अंडे फोड़कर डालें और फेंट लें। इसमें शक्कर और मैदा डालकर अच्छी तरह से फेंट लें। शक्कर के अच्छी तरह घुल जाने पर वनीला एसेंस व वनीला पाउडर डालकर मिश्रण को एकसार करें। अब काजू, किशमिश व गुलाब कतरी मिलाएं। तैयार मिश्रण को चिकनाई लगे सांचे में डालें। पहले से गर्म ओवन में 160 डिग्री पर करीब 40-45 मिनट तक केक बेक करें। ठंडा होने पर सांचे से सावधानीपूर्वक केक निकालें।

नोट :
  • यदि आप केक में अंडे नहीं मिलाना चाहतीं, तो 250 ग्राम एगलैस पाउडर भी मिला सकती हैं। यह पाउडर बाहर में आसानी से उपलब्ध है। अंडों के स्थान पर एगलैस पाउडर का इस्तेमाल करने पर, मैदे व शक्कर को घोलने के लिए आवश्यकतानुसार पानी मिलाएं।

स्पंज पाइनएप्पल केक
सामग्री :

  • 250 ग्राम शक्कर, 
  • 250 ग्राम मैदा, 
  • 7 अंडे या 250 ग्राम एगलैस पाउडर, 
  • आवश्यकतानुसार पानी, 
  • 1 कप बारीक कटे पाइनएप्पल के टुकड़े।
क्रीम बनाने के लिए-
  • 500 ग्राम ताजी क्रीम, 
  • 150 ग्राम शक्कर।

विधि :
  • स्पंज केक-एक बोल में मैदा व शक्कर मिलाएं। इसमें थोड़ा-सा पानी व एगलैस पाउडर डालकर अच्छी तरह फेंट लें। पानी इतना डालें, जिससे शक्कर व मैदा आसानी से घुल सकें। तैयार मिश्रण को चिकनाई लगे सांचे में डालें। पहले से गर्म ओवन में 160 डिग्री पर सांचा रखें। करीब 40-45 मिनट तक केक बेक करें। केक के पकने के दौरान क्रीम तैयार करें। इसके लिए एक बोल में क्रीम व शक्कर मिलाकर एकसार करें। मिश्रण को हल्का गाढ़ा होने तक फेंटे।
  • ठंडा होने पर स्पंज केक सांचे से निकालें। अब इसे तीन बराबर लेयर (परतों) में काटें। केक की पहली लेयर रखें। इस पर तैयार क्रीम फैलाएं। अब बारीक कटे पाइनएप्पल के कुछ टुकड़े डालें। इसके ऊपर दूसरी लेयर रखें और यही प्रक्रिया दोहराएं।
  • अंत में स्पंज केक की तीसरी लेयर रखें और बची हुई क्रीम से अच्छी तरह केक कवर कर दें। स्पंज पाइनएप्पल केक तैयार है। केक को सजाने के लिए क्रीम व शक्कर के मिश्रण में 2-3 बूंद मनचाहे रंग की डालें। अलग-अलग आइसिंग कोन में अलग-अलग रंग की क्रीम भर लें। अब आइसिंग कोन की मदद से तैयार केक पर पसंदीदा डिजाईन बना दें।

रम केक
सामग्री :
मेवा मिश्रण के लिए- 

  • 100 ग्राम काजू, 
  • 50 ग्राम किशमिश, 
  • 100 ग्राम गुलाब कतरी, 
  • 50 ग्राम ऑरेंज पील, 
  • 50 ग्राम लेमन पील, 
  • 50 ग्राम चिरौंजी, 
  • 50 ग्राम खजूर, 
  • 50 ग्राम स्वीट जिंजर, 
  • 50 ग्राम ब्लैक किशमिश, 
  • 3 कप रम।

केक के लिए- 

  • 250 ग्राम शक्कर, 
  • 250 ग्राम छना हुआ मैदा और 6 अंडे।

विधि :

  • केक बनाने से दो दिन पहले सभी प्रकार के मेवों को बारीक काटकर आवश्यकतानुसार रम में भिगो दें। एक बड़े कटोरे में अंडे फोड़कर डालें और फेंट लें। अब इनमें शक्कर व मैदा डालकर अच्छी तरह से फेंट लें। शक्कर के अच्छी तरह घुल जाने पर रम में भीगे हुए मेवे व 1/4 कप रम मिलाएं। मिश्रण को पुन: एकसार करें।
  • तैयार मिश्रण को चिकनाई लगे सांचे में डालें। सांचे को पहले से गर्म ओवन में 160 डिग्री पर रखें। करीब 40-45 मिनट तक केक बेक करें और ठंडा होने पर सांचे से सावधानीपूर्वक निकालें। स्वादिष्ट रम केक तैयार है।

मफिंस
सामग्री :

  • 250 ग्राम शक्कर, 
  • 250 ग्राम मैदा, 
  • 250 ग्राम मक्खन, 
  • 1 चम्मच वनीला एसेंस, 
  • आवश्यकतानुसार किशमिश।

विधि : 

  • एक बोल में शक्कर व मक्खन डालकर एकसार करें। अब इसमें मैदा डालकर फेंटे। थोड़ी देर बाद वनीला एसेंस मिलाएं। मिश्रण को अच्छी तरह से फेंट लेने के बाद कप केक के सांचों में डालें। प्रत्येक कप में 2 किशमिश डालें। अब इन्हें पहले से गर्म ओवन में 160 डिग्री पर 30-35 मिनट तक बेक करें।