महाबलेश्वर भारत के महाराष्ट्र प्रान्त का एक नगर है। सैरगाह नगर महाबलेश्वर, दक्षिण-पश्चिम महाराष्ट्र राज्य, पश्चिम भारत में स्थित है। महाबलेश्वर मुम्बई (भूतपूर्व बंबई) से 64 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में और सतारा नगर के पश्चिमोत्तर में पश्चिमी घाट की सह्याद्रि पहाड़ियों में 1,438 मीटर की ऊँचाई पर अवस्थित है। महाबलेश्वर नगर ऊँची कगार वाली पहाड़ियों की ढलान से तटीय कोंकण मैदान का मनोरम दृश्य प्रस्तुत करता है।
गर्मी में अधिकांश लोग पर्यटन के लिए बर्फीली वादियों को पसंद करते हैं, लेकिन कुछ स्थान बगैर बर्फ के भी गर्मी में सैर-सपाटे के अनुकूल हैं और इन्हीं में से एक है महाराष्ट्र का महाबलेश्वर, जहां प्राकृतिक सुंदरता बिखरी पड़ी है।
महाबलेश्वर महाराष्ट्र में एक मशहूर हिल स्टेशन, खूबसूरत हनीमून स्पॉट और हिन्दुओं का प्रसिद्ध तीर्थस्थल है। सैलानियों का यह पसंदीदा स्थान है। वजह है इसकी प्राकृतिक सुंदरता और आबोहवा, जो वर्षभर खुशगवार बनी रहती है। महाबलेश्वर में पर्यटकों के लिए कई आकर्षण हैं, जैसे- किले, मंदिर, झीलें इत्यादि। आपको यहां चारों ओर हरियाली मिलेगी। यहां पंचगना मंदिर एक मशहूर तीर्थस्थल है, जिसे पांच नदियों कोयना, वेन्ना, सावित्री, गायत्री और कृष्णा का उद्भव स्थल कहा जाता है। यहां की खूबसूरत वेन्ना लेक जरूर जाएं।
यहां आप बोटिंग और हॉर्स राइडिंग का लुत्फ ले सकते हैं। यह झील चारों ओर पेड़ों से घिरी है। यह बहुत चहल-पहल वाला स्थान है। यहां छोटी-छोटी दुकानों पर कई तरह के स्थानीय उत्पाद बिकते हैं। कुछ किलोमीटर दूर ही पंचगनी है, जहां ट्रैकिंग और हाईकिंग के शौकीनों के लिए बहुत अच्छे अवसर हैं। यह फलों के उत्पाद के लिए भी मशहूर है।
महाबलेश्वर में दूर-दूर तक फैली पहाड़ियां और उन पर छिटकी हरियाली बेहद खूबसूरत और सुकून देने वाला नजारा पेश करती है।
महाबलेश्वर में कई फेमस पॉइंट्स हैं, जहां से सघन वनों और हरी-भरी वादियों के दीदार होते हैं। समुद्र तल से लगभग 1,240 मीटर की ऊंचाई पर स्थित लोडविक पॉइंट उन स्थानों में से एक है, जहां सबसे अधिक सैलानी पहुंचते हैं। विल्सन पॉइंट, कार्नेक पॉइंट, निडिल पॉइंट, एल्फिंस्टन पॉइंट, बॉम्बे पॉइंट और कैट पॉइंट से भी मैदानों के मनोहारी नजारे देखे जा सकते हैं। महाबलेश्वर के सभी सुंदर स्थानों का आनंद लेना हो तो यहां कम से कम तीन दिन रुकें।
पंचगनी
महाबलेश्वर से करीब 19 किलोमीटर दूर मशहूर हिल स्टेशन पंचगनी है। पांच पहाड़ियों से घिरे होने की वजह से इसे पंचगनी कहा जाता है। यह स्थान अपने रेसीडेंट बोर्डिग स्कूलों और स्ट्रॉबेरी तथा रैस्बेरी के फॉर्म, शहद और जैम के लिए मशहूर है। महाबलेश्वर से अधिकांश लोग पंचगनी में पहाड़ियों के बीच छुट्टियां बिताने आते हैं। यहां 60 मीटर ऊंचा टेबल टॉप (समतल ऊंचा स्थान) है, जहां से आसपास के काफी बड़े क्षेत्र का पैनोर्मिक व्यू दिखाई देता है। पर्यटकों के लिए यह रोमांचक स्थान और बॉलीवुड के फिल्मकारों के लिए बहुत पॉपुलर शूटिंग स्पॉट है।
यहां भी जाएं :
प्रतापगढ़ का किला यहां से 24 किलोमीटर दूर है। यह मराठा साम्राज्य की शान है। बीजापुर का सेनापति अफजल खान शिवाजी के हाथों यहीं मारा गया था।
इस किले में कई बावड़ियां, कक्ष और लंबे अंधेरे पैदलपथ हैं। इनमें से कुछ में गुप्त द्वार हैं, जो 100 मीटर नीचे जाकर खुलते हैं।
कब, कहां, कैसे :
सैर-सपाटे के लिए यहां सबसे उपयुक्त समय अक्टूबर से जून के बीच है। यहां से सबसे करीबी शहर पुणो हैं, जो 120 किलोमीटर दूर है। यहां हर तरह की कई अच्छी होटल और लॉज उपलब्ध हैं।